गरीबी से IPL तक का सफर, इन तीन नायक खिलाड़ियों के बारे में जानिए।

गरीबी से IPL तक का सफर, इन तीन नायक खिलाड़ियों के बारे में जानिए।

IPL 2022: आज हम आपको ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आईपीएल में चुने गए उन खिलाड़ियों की है जिनका बचपन बहुत गरीबी में गुजरा है जिनके माता-पिता के पास रहने के लिए सिर पर पक्की छत नहीं थी कोई स्थाई रोजगार नहीं था जिनके पास एक समय में इतना पैसा भी नहीं था कि वह किसी क्रिकेट एकेडमी को ज्वाइन कर पाए ट्रेनिंग ले पाए या फिर जूते भी खरीद पाए, चलिए जानते हैं कौन है वह नायक

 1. रमेश कुमार बलानी उर्फ नारायण

रमेश कुमार बलानी पंजाब के जलालाबाद के रहने वाले है इनकी उम्र महज 23 साल है। जिन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने इस साल के लिए 20 लाख रुपए में खरीदा है रमेश बहुत गरीब परिवार से आते हैं उनके पिता पुराने जूतों की मरम्मत करने का काम करते हैं और उनकी मां गांव गांव जाकर चूड़ियां भेजती हैं यानी रमेश का परिवार सालाना मुश्किल से 20 लाख रुपये भी नहीं कमाता होगा।

लेकिन अब उनका बेटा आईपीएल में खेलने के 20 लाख रुपए लेगा, इतना पैसा कमाने में रमेश के माता-पिता को शायद 10 साल लग जाते। रमेश कुमार पहले टेनिस बॉल क्रिकेट खेला करता था और उसके खेलने का अंदाज सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि यह वीडियो IPL के सिलेक्टर तक पहुंच गया और उन्होंने 20 लाख रुपए में इस खिलाड़ी को इस बार IPLके लिए खरीद लिया।

 2. कुलदीप सैनी

मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर रीवा के रहने वाले कुलदीप सेन को राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 20 लाख रुपए में खरीदा है। कुलदीप की उम्र 26 साल है और इनके पिता रीवा में ही एक छोटा सा हेयर कटिंग सैलून चलाते हैं, जिससे उन्हें पूरे महीने में मुश्किल से 20 हजार की आमदनी भी नहीं होती। लेकिन अब उनके बेटे को IPL में खेलने के लिए पूरे 20 लाख रुपए मिलेंगे। अगर कुलदीप भी अपने परिवार की आर्थिक तंगी और गरीबी को स्वीकार कर लेते और यह सोचते कि उनका दिन कभी नहीं आएगा तो शायद कुलदीप इस मुकाम पर नहीं होते बल्कि वह भी शायद अपने पिता के साथ यही काम कर रहे होते।

ये भी पढ़ें  IND vs SA 1st ODI Live: दक्षिण अफ्रीका को लगा दूसरा झटका, टेम्बा बावुमा 8 रन बनाकर आउट RSA 71/2 (15.1)

कुलदीप मैदान पर 150 प्रति घंटे की रफ्तार पर बोलिंग कर सकते हैं यह बहुत तेज गेंदबाजी मानी जाती है लेकिन हमें लगता है इतनी तेजी गेंद डालने के लिए उन्होंने धैर्य को अपने जीवन की सबसे बड़ी ताकत बनाया। आज ऐसे लोगों को उन बड़े बुजुर्गों की बात याद रखनी चाहिए जो यह कहते हैं कि चिंता मत करो एक दिन सब कुछ ठीक हो जाएगा और लगता है कुलदीप के लिए वह दिन आ गया।

 3. वैभव अरोड़ा

हरियाणा के अंबाला के रहने वाले वैभव अरोड़ा भी इन नायक में शामिल हैं वैभव के पिता दूध का काम करते हैं वैभव के माता पिता ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका परिवार कभी करोड़पति बन सकता है लेकिन अब यह सपना पूरा हो चुका है वैभव को आईपीएल में एक टीम से खेलने के लिए इस साल दो करोड़ रुपए मिलेंगे सोचिए जिस खिलाड़ी के माता-पिता ने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि उनकी किस्मत रातों-रात ऐसे बदल जाएगी उस परिवार का एक लड़का आज आईपीएल में दो करोड़ रूपए लेकर खेलेगा।

इस IPL में एक और बड़ी बात यह भी है कि सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस ने 20 लाख रुपए देकर खरीद है यानी जितना पैसा लगभग एक गरीब परिवार के इन बेटों को मिल रहा है उतना ही पैसा सचिन तेंदुलकर के बेटे को भी मिल रहा है और इससे क्या साबित होता है की एक समय के बाद एक सीमा के बाद सब बराबर आ जाते हैं और प्रतिभा को कोई रोक नहीं सकता आपके पिता कितने भी बड़े क्रिकेटर हो उद्योगपति हो लेकिन वह अपने बेटे को वहीं पर लाकर खिलाएंगे जहां पर गरीब परिवारों के बच्चे शुरुआत करते हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *