T-20 तो ठीक है, लेकिन सूर्यकुमार यादव वनडे के लायक नहीं!

T-20 तो ठीक है, लेकिन सूर्यकुमार यादव वनडे के लायक नहीं!

नई दिल्ली: T-20 इंटरनेशनल तो ठीक है, लेकिन सूर्यकुमार यादव वनडे क्रिकेट के लायक नहीं है। अच्छा हुआ, उसको बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं चुना गया। जिस खिलाड़ी को पूरी दुनिया एबी डिविलियर्स से भी बड़ा खिलाड़ी मान रही है, उसके खिलाफ हिंदुस्तान में ही एक तबका ऐसी बयानबाजी कर रहा है।

यह क्या बताता है? सबसे पहले सूर्या के वन डे इंटरनेशनल आंकड़ों पर गौर फरमाइए। सूर्या ने भारत की तरफ से 13 पारियों में 344 रन बनाए हैं। इस दौरान लगभग 100 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 64 रन उनके बल्ले से सर्वाधिक स्कोर के तौर पर आए हैं। सूर्या को ये मौके भी टुकड़ों में मिले हैं। मतलब वह लगातार वनडे साइड का हिस्सा नहीं रहे।

रविवार, 4 दिसंबर को ढाका में भारत बांग्लादेश के खिलाफ पहला वनडे खेलेगा, लेकिन उसमें सूर्या नहीं होंगे। 3 मुकाबलों की वनडे सीरीज के बाद 14 दिसंबर से टीम इंडिया चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलेगी। 2 मुकाबलों की इस सीरीज में भी सूर्यकुमार यादव नजर नहीं आएंगे। कुछ समझ आया? फिलहाल कोशिश यह की जा रही है सूर्यकुमार यादव को T-20 इंटरनेशनल तक सीमित करके छोड़ दिया जाए। उसे किसी भी सूरत में वनडे और टेस्ट क्रिकेट में नियमित अवसर ना दिया जाए। क्या यह जायज है?

जब हम कहते हैं कि बीसीसीआई और चयनकर्ताओं ने सूर्यकुमार यादव के 10 साल बर्बाद कर दिए, तो आपके सामने आंकड़े भी रखते हैं। अपने पहले रणजी सीजन यानी 2011-12 में मुंबई की तरफ से सूर्यकुमार यादव ने 68.54 की औसत से 754 रन बनाए थे। फिर 2013-14 में 529 रन, 2014-15 में 690 रन, 2015-16 में 788 रन और 2016 17 में 715 रन…!

रणजी ट्रॉफी में सूर्या के बल्ले की दहाड़ हर तरफ गूंज रही थी लेकिन दुर्भाग्य यह रहा कि बहरे चयनकर्ताओं तक आवाज नहीं पहुंच सकी। सूर्यकुमार यादव तो लगभग टूट चुके थे लेकिन 2016 में शादी के बाद पत्नी देविशा यादव ने संभाला और नए सिरे से मेहनत करने का हौसला दिया।

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मार्च 2021 में इस खिलाड़ी ने T-20 इंटरनेशनल डेब्यू किया और टीम में जगह पक्की करने के 1 साल के भीतर सूर्यकुमार यादव टी-20 रैंकिंग में दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज बन गए। एक खिलाड़ी जिसने युवराज सिंह के बाद चौथे नंबर पर मानो कब्जा जमा लिया है। वहां उसने अपने प्रदर्शन से दुनिया हिला दिया है।

उसे क्रिकेट के दोनों बड़े फॉर्मेट यानी वनडे और टेस्ट में लगातार अवसर देने की बजाय आराम बोलकर ना चुनना सरासर अन्याय है। शुरुआत में डिविलियर्स को भी टेस्ट क्रिकेट में मौके कम मिलते थे लेकिन जब अवसर मिला तो उन्होंने दम दिखा दिया। अपने खेल से साउथ अफ्रीका को कई टेस्ट मैच जिता दिया।

अगर बीसीसीआई और चयनकर्ता सूर्यकुमार यादव पर इतने ही मेहरबान हैं कि वे उसे जुलाई से लगातार क्रिकेट खेलने के कारण हर हाल में आराम देना चाहते हैं तो ऐसा T-20 इंटरनेशनल में किया जाए। T-20 क्रिकेट में 1 साल में 2 शतक लगाने वाले सूर्या ने खुद को साबित कर दिया है और उसकी टीम से अब इस खिलाड़ी को कोई माई का लाल नहीं निकाल सकता। सवाल 2023 वनडे वर्ल्ड कप में जगह बनाने का है।

ओपनिंग के लिए रोहित शर्मा, शिखर धवन और शुभमन गिल के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। ऐसे में केएल राहुल को वनडे के मिडिल ऑर्डर में सेट किया जा रहा है। इसलिए बांग्लादेश के खिलाफ सूर्या को अवसर नहीं दिया जा रहा है। अगर चौथे नंबर पर सूर्या होगा तो अपनी बल्लेबाजी से गेम पलट कर दिखाएगा। हिंदुस्तान को लगातार मुकाबले जिताएगा।