साउथ अफ्रीका टीम की टूट गई लय, आवेश खान ने मचा दी खलबली
Ind vs SA 4th T20: भारतीय क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका की क्रिकेट टीम की एक बहुत बड़ी कमजोरी हाथ लग गई है। एक समय था जब ऐसा लगा कि साउथ अफ्रीका की क्रिकेटर टीम इस सीरीज को आसानी से अपने नाम कर लेगी लेकिन इस सीरीज में भारतीय टीम ने बहुत ही जबरदस्त ढंग से वापसी की है। अब भारतीय टीम का इस सीरीज को जितना तय माना जा रहा है हालांकि शुरुआती दो मैचों में अफ्रीका की टीम के सामने भारत कहीं भी टिकता हुआ नजर नहीं आया।
पहले मैच में 200 के पार स्कोर बनाने के बाद भी भारतीय टीम बहुत ही आसानी के साथ साउथ अफ्रीकन टीम के सामने हार गई और सीरीज में 2-0 से पीछे चल रही थी लेकिन अब भारतीय टीम अपनी पुरानी लय में वापस लौट चुकी है। एक बार को तो ऐसा लगा था कि जिस तरह से भारत के ऊपरी क्रम के बल्लेबाज एक दूसरे के पीछे पीछे वापस पवेलियन लौट रहे थे मानो कि भारत 140 के स्कोर तक भी मुश्किल पहुंच पाएगा और भारतीय टीम भारत यह मैच हार जाएगी। लेकिन दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या का तूफान आना तो अभी बाकी था।
मध्यक्रम के बल्लेबाज भारत की जीत की वजह
आपको बता दें कि जिस तरह से भारत का ऊपरी क्रम टी-20 के चौथे मुकाबले में आसानी से आउट हो गया उससे तो लग रहा था कि भारतीय टीम अब इस मैच में वापसी नहीं कर पाएगी। 11वे ओवरों में 4 विकेट पर 60 रन जब भारतीय टीम का स्कोर था तब भारत के मध्यक्रम के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक क्रीज पर आए।
यह दोनों बल्लेबाज भारतीय टीम का स्कोर धीरे-धीरे करके 15वें ओवर में 90 के स्कोर के पार लेकर चले गए । इसके बाद जिस तरह से इन दोनों बल्लेबाजों ने साउथ अफ्रीकन बोलेरो की बखिया उधेडी वह तो तारीफ के काबिल है। इसमें दिनेश कार्तिक की जितनी ज्यादा से ज्यादा तारीफ की जाए उतनी ही कम है क्योंकि इनके रहते हुए भारत एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब हुआ।
अच्छी लाइन पर गेंदबाजी
जिस तरह से भारतीय बोलेरो ने शुरुआती दो मैचों में खराब बोली थी। उससे सबक सीखते हुए इन दोनों मैचों में भारतीय बोलेरो ने कमाल का प्रदर्शन किया और साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को बड़े शॉट मारने से रोक कर रखा। हर मैच की तरह भारत के बोलेरो ने अफ्रीका के सलामी बल्लेबाजों को आसानी से आउट किया। इसके बाद भारतीय टीम के बोलेरो ने अच्छी लाइन और लेंथ पर बॉलिंग डालते हुए निश्चित समय अंतराल के बाद एक के बाद एक विकेट चटकाये और अफ्रीकान टीम को सस्ते में ही पवेलियन लौटा दिया।
अच्छी कप्तानी बनी जीत के वजह
भारतीय टीम के नए कप्तान जो कि इस सीरीज में टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। ऋषभ पंत ने कमाल की कप्तानी की हालांकि ऋषभ पंत बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं कर पाए लेकिन जिस तरह से उन्होंने फील्डिंग की सजावट और गेंदबाजों का सही समय पर फेरबदल करके गेंदबाजी कराई। जिसका भारतीय टीम को जबरदस्त फायदा मिला। वह बहुत ही कमाल का रहा। इसी के चलते अफ्रीकन बल्लेबाज बंध कर रह गए और हम समय-समय पर उनके विकेट लेने में कामयाब रहे तो यह पोल खुली है।
अफ्रीका की टीम की क्योंकि जिस तरह से भारतीय टीम ने उन पर दबाव डाला वह दबाव को नहीं सह पाए और वह चौक हो गए। अफ्रीका की टीम वैसे भी चौक का टाइटल हासिल किए हुए हैं क्योंकि किसी भी बड़े अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में अक्षर वह चौक हो जाते हैं जैसे की चैंपियन ट्रॉफी, T20 वर्ल्ड कप, या फिर आईसीसी वर्ल्ड कप हो, कोई भी बड़ा टूर्नामेंट हो उसमें वह बहुत ही जल्दी दबाव में आ जाते हैं और टीम अच्छी परफॉर्मेंस करने के बाद भी कोई बड़ा खिताब नहीं जीत पाती है।