बढ़ेंगी मुश्किलें: भैंस और बकरी चोरी सहित 10 और मुकदमों में आज़म खान के खिलाफ आरोप तय
रामपुर। करीब सवा दो साल बाद सीतापुर जेल में रहने के बाद ज़मानत पर बाहर आये समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व केबिनेट मंत्री आजम खां की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सोमवार को यतीमखाना व डूंगरपुर प्रकरण के 10 मुकदमों में उनपर आरोप तय किए गए हैं। इनमें भैस व बकरी चोरी के मुकदमे भी शामिल हैं।
सपा के कद्दावर नेता आज़म खान के खिलाफ यतीमखाना व डूंगरपुर प्रकरण प्रकरण से जुड़े सात मुकदमों में 22 जुलाई और चार मुकदमों में पहले आरोप तय किए जा चुके हैं। अब कोर्ट ने आजम खां पर दस और मामलों में आरोप तय कर दिए हैं। अब इस मामले की सुनवाई 20 व 29 जुलाई को होगी। इन मामलों में गवाहों को तलब किया गया है।
गौरतलब है कि पूर्व केबिनेट मंत्री और रामपुर शहर से विधायक आजम खां के खिलाफ मुकदमों की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही है। करीब 100 मामलो में आरोपी बनाये गए आज़म खान ने जेल में रहते हुए विधानसभा चुनाव लड़ा था और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें चुनाव से पहले ज़मानत नही मिली थी।
हालांकि आज़म खान अपने ऊपर लगे सभी मुकदमो को राजनीति और बदले की भावना से प्रेरित बताते रहे हैं। आज़म खान दो वर्ष से अधिक का समय सीतापुर जेल जेल में बंद रहे। इस दौरान उनके स्वास्थ्य में लगातार उतर चढाव आया और कई बार उन्हें इलाज के लिए जेल से अस्पताल लाया गया।