मरते-मरते बची बांग्लादेश क्रिकेट टीम, इस तरह से बची क्रिकेटर्स की जान

मरते-मरते बची बांग्लादेश क्रिकेट टीम, इस तरह से बची क्रिकेटर्स की जान

नई दिल्ली: यह बात हर एक क्रिकेट प्रेमी जानता है कि इन दिनों क्रिकेट जगत में कई देशों के बीच क्रिकेट सीरीज खेली जा रही हैं। जैसे कि भारत और इंग्लैंड के बीच, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच और इसी के साथ- साथ वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच सीरीज खेली जा रही है।

लेकिन आपको बताते चले कि वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच जो मैच खेले जा रहे हैं। इसी के दौरान एक बहुत बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इसमें बांग्लादेश के सभी क्रिकेटर मौत के मुंह में से वापस आए हैं और यह हादसा समुद्र के बीचो-बीच होने से बचा है। वो कहते हैं ना कि ‘ जाके राखो साइयां मार सके ना कोई ‘  यह पहेली बांग्लादेश क्रिकेट टीम के ऊपर फिट बैठती है। इस घटना के चलते बांग्लादेशी क्रिकेटर थोड़े से सदमे में जरूर हैं तो आइए बता देते हैं आपको कि यह वाक्य बांग्लादेश क्रिकेट टीम के साथ है कैसे पैस आया और बांग्लादेश क्रिकेट टीम मरते-मरते कैसे बची ?

हुई बड़ी घटना

बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा चुकी है जबकि  तीन मैचों की T20 सीरीज पूरी होनी अभी बाकी है। पहले t20 से पहले बांग्लादेशी क्रिकेटरों की हालत नाजुक नजर आ रही थी क्योंकि पहले मैच से कुछ पहले बांग्लादेश क्रिकेट टीम को समुद्र के रास्ते एक स्थान से दूसरे स्थान पर मैच खेलने के लिए जाना था। जिसमें उनको समुद्र में मौत का सामना करना पड़ा। बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच में पहला t20 मैच डोमिनिका के विक्ट्री पार्क में खेला जाना था।

घटना का पता कैसे चला

इस घटना का खुलासा बांग्लादेश के नेशनल न्यूज़ पेपर ने अपनी न्यूज़ में किया है कि मैच से पहले बांग्लादेशी क्रिकेटरों को बहुत ही कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा। आगे से घटना का खुलासा करते हुए बांग्लादेश न्यूज़पेपर ने लिखा कि 5 घंटे की यात्रा में उत्साह, बीमारी,तनाव, नर्वस, ब्रेकडाउन क्या कुछ नहीं था। सेंट लूसिया से डोमिनिका  तक की यात्रा  में पहले तो खिलाड़ी रोमांचित थे लेकिन बाद में सभी खिलाड़ी ‘ मोशन सिकनेस ‘ के शिकार हो गए।

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बांग्लादेश ने दूसरा टेस्ट मैच सेंट लूसिया में खेला था। लेकिन इसके बाद उनको T20 मैच खेलने के लिए डोमिनिका जाना था। जिसमें उनको सेंट लूसिया से डोमिनिका तक की यात्रा समुद्र के रास्ते जोकि 180 किलोमीटर पड़ती है। वह समुद्र के रास्ते ही तय करनी थी। इससे पहले बांग्लादेश के अधिकांश खिलाड़ियों ने समुद्र से सेंट लूसिया से डोमिनिका तक की यात्रा कभी नहीं की थी। यही वजह रही जब बांग्लादेश क्रिकेट टीम डोमिनिका पहुंची तो उनमें से अधिकांश खिलाड़ी बीमार पड़ चुके थे।

कैसे हुई घटना

बांग्लादेश के खिलाड़ी के रास्ते में उल्टी करते रहे और उनको रास्ते में समुद्र की ऊंची ऊंची लहरों का सामना करना पड़ा। जिसमें उनकी फेरी समुद्र की ऊंची ऊंची लहरों में फंस गई थी। इसी के चलते बांग्लादेश के खिलाड़ी 6 – 7 फीट की समुद्र की ऊंची ऊंची लहरों को देखकर डर गए और नर्वस हो गए । बांग्लादेश की टीम के कोच ने तो यहां तक बताया कि लहरों में फंसकर नाव डूब सकती थी और सभी खिलाड़ियों की मौत भी हो सकती है।

इसके आगे बांग्लादेशी क्रिकेटरों ने एक इंटरव्यू देते हुए कहा कि यह दौरान उनके जीवन का सबसे खराब दौरा था। जिसमें उनका अनुभव अच्छा कोई खास नहीं रहा। खिलाड़ी बताते हैं कि हम वही हैं जो बीमार पड़े थे और हम इस बीमारी में मर भी सकते थे। हालांकि हमने पहले भी कई दौरे के हैं लेकिन यह पहला दौरा है जो हमारे जीवन का सबसे खराब दौरा है। खेलने के बारे में तो भूल ही जाओ अगर हम लोगों में से कोई एक भी खिलाड़ी ज्यादा गंभीर रूप से बीमार पड़ गया होता तब क्या होता ?

बहरहाल बांग्लादेश क्रिकेट टीम डोमिनिका पहुंच चुकी है और उसने अपना T20 मैच भी खेलना शुरू कर दिया है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि अगर समुद्र की लहरों के बीच में नाव डूब गई होती तो इसका जिम्मेदार कौन होता?

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