16 वर्षों का इंतजार… उसके बाद यह सुकून भरी नींद। जब कोई सपना पूरा

16 वर्षों का इंतजार… उसके बाद यह सुकून भरी नींद। जब कोई सपना पूरा

FIFA world cup: 16 वर्षों का इंतजार… उसके बाद यह सुकून भरी नींद। जब कोई सपना पूरा होता है, तो दुनिया का सबसे बड़ा सितारा भी एक पल को यकीन नहीं कर पाता। उसे कुछ वक्त तक सब सपनों सरीखा लगता है। यह तस्वीर विश्व विजेता फुटबॉलर लियोनेल मेसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। सोते-जागते उनके हाथों में उनका सपना है… वर्ल्ड कप ट्रॉफी।

जिस शिद्दत से मेसी ने वर्ल्ड कप जीतने की कोशिश की थी, सफलता आखिर कब तक उनसे मुंह चुराती। इधर फीफा वर्ल्ड कप 2022 शुरू हुआ और पहले ही मुकाबले में सऊदी अरब जैसी कमजोर टीम से अर्जेंटीना को शिकस्त मिल गई। लगा कि चैंपियन फुटबॉलर का ख्वाब हमेशा के लिए अधूरा रह जाएगा। पर दिल में यह ख्याल भी आया कि आखिर हार कर जीतने वाले को ही तो बाजीगर कहते हैं…!

उस हार के बाद अर्जेंटीना ने इस वर्ल्ड कप में एक भी मैच नहीं गंवाया। सोचकर देखिए, एक पल को लगेगा कि कोई परियों की कहानी चल रही है लेकिन यह हकीकत है। मेसी फीफा वर्ल्ड कप के 92 सालों के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिसने किसी वर्ल्ड कप के हर नॉकआउट मुकाबले में गोल दागा। प्री क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फिर फाइनल…!

मेसी ने सिर्फ सपना नहीं देखा, उसे पूरा करने के लिए जान झोंक दी। आलोचक भले कहते रहे कि मेसी में अब पहले वाली बात नहीं रही। पर वह खुद जानते थे कि जो बात मुझमें है, वह किसी और में कतई नहीं।

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मेसी फीफा वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को किसी बच्चे की तरह प्यार-दुलार दे रहे हैं। 16 साल पहले 2006 में मेसी ने पहली दफा वर्ल्ड कप खेला था लेकिन सपना अधूरा रह गया था। 2014 में तो उनको वर्ल्ड कप फाइनल तक पहुंच कर शिकस्त नसीब हुई थी। 2015 और 2016 में लगातार 2 साल कोपा अमेरिका कप के फाइनल में चिली के हाथों पेनाल्टी शूटआउट में डबल लॉस..!

2016 की हार से तो मेसी इतना टूट गए थे कि उन्होंने अर्जेंटीना की तरफ से खेलने से संन्यास ले लिया। 2016 में हार के बाद आंखों में आंसू भरकर ड्रेसिंग रूम गए और तमाम खिलाड़ियों से कहा कि शायद अब यह सब मेरी किस्मत में नहीं है। जिस अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताना मेसी के जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य था, 29 साल की उम्र में उन्होंने बगैर ऐसा किए संन्यास ले लिया था।

फिर अर्जेंटीना के विश्व विजेता फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने मेसी से रिक्वेस्ट की और उन्हें अर्जेंटीना के लिए वापस मैदान पर ले आए। इसके 6 साल बाद बाद जो हुआ, वह आने वाली कई सदियों तक लोगों को प्रेरणा देता रहेगा। अगर हिम्मत करोगे तो मंजिल तुम्हारे कदम चूमेगी।

कदम ही नहीं चूमेगी बल्कि वह तुम्हारे लिए बेकरार होगी। इतनी शिद्दत से मंजिल को पाने की कोशिश करो, कि तुम मंजिल के लिए नहीं बल्कि मंजिल तुम्हारे लिए तरसे। लव यू लेजेंड… ख्वाब पूरा करने के लिए झोली भर कर शुभकामनाएं।🌻