आवारा सांडों के लिए योगी सरकार का बड़ा फैसला, अंधभक्त हुए परेशान
लखनऊ: जी हां आपको बता दें कि आवारा सांडों से निजात पाने के लिए योगी सरकार ने एक नया फार्मूला निकाला है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश में गोवंश और आवारा सांडों, आवारा गायों से सड़कों पर सड़कों पर हो रहे एक्सीडेंट और मौतों को लेकर प्रदेश की जनता काफी परेशान हैं।
इसको लेकर के खासतौर पर नोएडा गाजियाबाद की चाहे वह लोकल सड़के हो हाईवे हो या फिर नेशनल हाईवे सभी पर हर रोज एक न एक एक्सीडेंट इन आवारा गायों की वजह से हो जाता है जिसकी वजह से कुछ लोगों को जान से हाथ धोना भी पढ़ जा रहा है। करीब-करीब उत्तर प्रदेश के अंदर हर रोज एक आदमी की मौत आवारा गोवंश से टकराकर हो जाती है।
अकेले फिरोजाबाद जिले के अंदर 1 महीने में चार लोगों की मौत आवारा गोवंश या सांडों से टकराने के बाद हुई है यह डाटा उत्तर प्रदेश सरकार ने जारी किया है। बहरहाल इस को लेकर नोएडा अथॉरिटी स्वास्थ्य विभाग ने यह एक बड़ा फैसला लिया है जिसमें नोएडा स्वास्थ्य अथॉरिटी ने दो नए वाहन खरीदे हैं जिसमें आवारा सांड को डालकर गौशाला में ले जाया जाएगा.
दोनों वाहन पर जो ड्राइवर लोग रहेंगे उनके नंबरों को जारी किया गया है कि अगर किसी व्यक्ति को कहीं भी सड़क पर कोई आवारा गोवंश या सांड घूमता हुआ मिले तो वह इन नंबरो पर कांटेक्ट करें। आवारा गोवंश को पकड़ा जाएगा और उन्हें गौशाला में डाला जाएगा।
अब सबसे बड़ी बात यह है कि हजारों करोड़ों रुपए हर साल योगी सरकार शालाओं के ऊपर खर्च कर देती है उनके विकास के नाम पर और उनके उत्थान के नाम पर लेकिन क्या वाकई में गौशालाओं का विकास हो रहा है। लेकिन क्या वाकई उत्तर प्रदेश के अंदर गौशाला कामयाब हो रही हैं? क्या वाकई उत्तर प्रदेश सरकार आवारा सांड को रोकने में कामयाब हो रही है इस तरह के काफी सारे सवाल हैं जो योगी सरकार के ऊपर एक छाप छोड़ते हैं।
जिनका अभी तक कोई जवाब नहीं मिल पाया है। ऐसे मैं बाहर हाल नोएडा अथॉरिटी की तरफ से एक अच्छी पहल की गई है कि अगर कहीं भी सड़क पर कोई आवारा सांड या गोवंश घूमता हुआ मिले तो इसकी सूचना दी जाए जिससे उनको आसानी के साथ पकड़ा जाए और उन को पकड़कर गौशालाओं में भेजा जाए। अब एक सवाल यह बनता है कि आखिरकार कितने गोवंश हो को पकड़ा जाएगा क्योंकि हर दूसरे कदम पर कोई ना कोई गोवंश घूमता डालता मिल ही जाता है।