हिजाब प्रकरण: ईरान की जनता ने सरकार से की कड़ाई से निपटने की मांग
तेहरान। ईरान में हिजाब के विरोध में सड़को पर उतरे महिला और बुद्धजीविओं के संगठनों के खिलाफ अब जनता भी सड़क पर उतर आई है। इतना ही नहीं ईरान के बुद्धजीवियों के एक समूह ने सरकार से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने की मांग की है।
न्यूज़ एजेंसी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों और वकीलों ने एक बयान जारी करके कहा है कि महसा अमीनी की मौत के बहाने जिन लोगों ने देश को अशांत करने के लिए हिंसक कार्यवाहियां की हैं उनके विरुद्ध क़ानूनी ढंग से तत्काल कार्यवाही आरंभ की जाए।
इस बयान को जारी करने वालों ने हालिया अशांति के दौरान निर्दोष लोगों की हत्याओं, निजी और सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने और अराजकता फैलाने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की। उनका कहना था कि जिन लोगों ने जिस अनुपात में हिंसा या विध्वसंक कार्यवाही की है उनको उसके हिसाब से अवश्य दंडित किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि ईरान में महसा अमीनी नामक लड़की की मृत्यु के पश्चात शुरू हुए हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया था। हिंसक प्रदर्शनों के चलते ईरान के कई शहर अशांत घोषित किये गए और इन शहरो में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए बड़ी तादाद में अर्ध सैनिक बल और सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया।