मुरादाबाद में नमाज पढ़ने पर दर्ज FIR पहली विवेचना में ग़लत पाई, जानिए पूरी ख़बर।

मुरादाबाद में नमाज पढ़ने पर दर्ज FIR पहली विवेचना में ग़लत पाई, जानिए पूरी ख़बर।

उत्तर प्रदेश: मुरादाबाद के गांव में घर पर नमाज़ पढ़ने को लेकर जो FIR दर्ज की गई थी। जिससे सम्प्रदायिक तनाव बढ़ गया था और सोशल मीडिया पर अलग अलग तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही थीं।अब उस केस में नया मोड़ आ गया है जो FIR दर्ज की गई थी वह पहली विवेचना में ही ग़लत पाई गई और मात्र एक दिन में एक्सपंज कर दी गई।

इस मामले को लेकर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान सामने आया था। ओवैसी इस मामले को सुनते ही आग बबूला हो गए। इस पर असदुद्दीन ओवैसी ने मुरादाबाद पुलिस और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को अहम जिम्मेदार ठहराया था।

उन्होंने कहा था कि क्या अब लोगों का घरों में नमाज पढ़ना भी गैरकानूनी हो गया है खुले में नमाज पढ़ने को लेकर सभी को आपत्ति होती है तो क्या अब मुसलमान घरों में भी नमाज नहीं पढ़ सकेंगे। लेकिन अब जब पुलिस की यह करवाई सामने आई हैं तो ओवैसी ने अपने फेसबुक पेज के जरिये पुलिस की कार्यवाही को सराहा है।

पहले शिकायत कर्ताओं का यह कहना था कि इससे पहले यहां पर कभी भी सामूहिक तरीके से नमाज नहीं पढ़ी गई है। जिससे लोगों को लगता है कि यदि मुसलमान एक साथ नमाज पढ़ेंगे तो माहौल खराब हो सकता है। शिकायत करता हूं का यह भी कहना है कि यहां पर नई परंपरा शुरू की जा रही है इससे पहले भी एक बार नमाज इसी तरह से पढ़ी गई थी तब भी हमने शिकायत की थी तो इन लोगों ने नमाज पढ़ना इस सामूहिक तरीके से बंद कर दिया था।

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लेकिन अब मुरादाबाद में घर में नमाज़ पढ़ने को लेकर जो FIR दर्ज की गई थी वो पहली विवेचना में ही ग़लत पाई गई और मात्र एक दिन में एक्सपंज कर दी गई। अब लोगों की प्रशासन से यह उम्मीद है कि प्रशासन को चाहिये इस प्रकार की झूठी FIR दर्ज कर माहौल ख़राब करने का प्रयास करने वालों के ख़िलाफ़ उचित कार्यवाही करे। और जाँच को अपने तरीके से निष्पक्ष करें।