जब भारतीय टीम के लिए अकेले ही लड़ते रहे विराट कोहली, किया बड़ा खुलासा

जब भारतीय टीम के लिए अकेले ही लड़ते रहे विराट कोहली, किया बड़ा खुलासा

पूरी दुनिया चिल्ला रही थी कि पाकिस्तान टी-20 वर्ल्ड कप में भारत से बुरी तरह हारेगा । पर अंदर से डर लग रहा था कि विराट के अलावा उस दिन कोई नहीं मारेगा । उम्मीद के मुताबिक अपना हीरो कोहली अकेले पाकिस्तानियों से शेर की तरह लड़ता रहा । बाकी खिलाड़ियों का आना और पीठ दिखा कर चले जाना देश को अखरता रहा ।

 

सबको महसूस हो रहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ इतना शर्मनाक प्रदर्शन अचानक नहीं हुआ , ऐसा लगा कि उस मैच में किसी भारतीय की कबूल नहीं हुई दुआ । जब अपने पसीने की हर बूंद निचोड़कर भी विराट भारत को नहीं जिता पाया , तो वह अंदर से टूट कर पैवेलियन वापस आया । सोचो क्या बीती होगी उस बाप पर जिसकी छोटी सी बेटी को एक सिरफिरे ने हार के बाद रेप की धमकी दी । मानो उस दरिंदे ने विराट की ज़िंदगी से रौशनी की हर उम्मीद छीन ली ।

इतना सब होने के बाद भी अपना भाई चुप रहा । उसने किसी के भी खिलाफ कुछ नहीं कहा । फिर लोग अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड के खिलाफ छक्के मारने वालों के लिए खुशी से चिल्लाने लगे । पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से मिली शर्मनाक हार का गम भुलाने लगे । परंतु इस पल में अपना विराट जानता था कि अब यह सफर खत्म हुआ । अंतिम 2 मुकाबलों में इसलिए उसने बल्ला भी नहीं छुआ ।

 

विराट के होठों पर हँसी थी लेकिन आँखों में उदासी थी । इस बार उसकी निगाह जीत की प्यासी थी । पर मजबूत टीमों के खिलाफ मानो टीम ने बिना लड़े हथियार डाल दिए । बुरी तरह हार कर सारे खिलाड़ी कप्तान की इज्जत हवा में उछाल दिए । कोहली की जगह कोई और होता तो बाकी खिलाड़ियों पर आरोप लगाकर चुपचाप निकल जाता । पर अपना हीरो कैसे दूसरों की तरह ईमान से फिसल जाता ,

ये भी पढ़ें  युवा को मौका मिला, ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़ा

 

विराट ने अपनी जुबान के मुताबिक कप्तान का पद छोड़ दिया , करोड़ों चाहने वालों का दिल तोड़ दिया । किंतु हम जानते हैं कि अभी खत्म नहीं हुई है उसकी कहानी , मैदान पर वापसी होगी इतिहास में सबसे तूफानी ।

 

यह बात सही है कि वर्ल्ड कप ट्रॉफी आ बहुत महत्वपूर्ण होती हैं लेकिन क्रिकेट की जहां तक बात है असली क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट होती है विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम स्थापित किया है आज तक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा एक कप्तान के रूप में टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड ग्रीम स्मिथ का 53 टेस्ट मैच का उसके पश्चात रिकी पोंटिंग का 47 और स्टीव वाग का 41 टेस्ट मैच है कोहली ने 37 टेस्ट मैच जीते हैं जो क्लाइव लॉयड की 36 टेस्ट मैच से एक जीत ज्यादा है जबकि कोहली के पास कभी भी क्लाइव लायड या स्टीव वाग तथा रिकी पोंटिंग जैसी टीमें कभी नहीं रही इसलिए एक कप्तान के रूप में कोहली वन ऑफ द बेस्ट साबित हुए हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *