शिंदे गुट को मान्यता देकर संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया गया: राउत
मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र में शिवसेना तोड़कर अलग एकनाथ शिंदे गुट को मान्यता दिए जाने पर सवाल खड़े किये हैं। इतना ही नहीं संजय राउत ने संसद में शिंदे गुट को अलग से मान्यता दिए जाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष की भी कड़ी आलोचना की है।
राउत ने रविवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र विधानसभा और लोकसभा के अध्यक्षों ने पार्टी सांसदों के बागी समूहों (शिंदे गुट) को मान्यता देकर संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई एक मंदिर के पुजारी की दान पेटी को लूटने और मंदिर के ट्रस्टियों द्वारा इसके गुंबद को काटने के समान है। देश में लोकतंत्र के मंदिरों में भी ऐसी ही बातें हो रही हैं।
इससे पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में भी संजय राउत ने आरोप लगाया कि केंद्र एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को शिवसेना को खत्म करने के लिए बचाने की कोशिश कर रहा है।
संपादकीय में संजय राउत ने लिखा कि ‘महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद, विधानसभा अध्यक्ष ने संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया। लोकसभा में तस्वीर अलग नहीं थी। बागी विधायक और सांसद अब उन जांचों से मुक्त हैं जिनका वे केंद्रीय जांच एजेंसियों से सामना कर रहे हैं।’
राउत ने दावा किया कि बागी सांसदों का यह तर्क कि वे असली शिवसेना हैं और उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है, उनकी खाल बचाने का प्रयास है। संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 16 बागी विधायक अयोग्य घोषित किए गए हैं।
राउत ने आरोप लगाया, ‘केंद्र शिवसेना को स्थायी रूप से खत्म करने के लिए राज्य सरकार और 16 बागियों को बचाने की कोशिश कर रहा है।’ उन्होंने कहा कि देश का भविष्य और लोकतंत्र इस बात पर निर्भर करता है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ क्या फैसला लेती है।
इतना ही नहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि लोकसभा स्पीकर ने सांसद के पत्र का संज्ञान लिए बिना शिवसेना सांसदों के समूह को मंजूरी दी है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार पिछले महीने शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के साथ 39 अन्य विधायकों के पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के बाद गिर गई थी। एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
लोकसभा में शिवसेना के 19 सांसदों में से 12 शिंदे खेमे को समर्थन दे रहे हैं। सीएम शिंदे ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के निचले सदन में राहुल शेवाले को शिवसेना नेता के रूप में मान्यता दी है।